एक ब्रॉडकास्टर की डायरी, जहाँ आपकी आहटों के मुंतज़िर हैं हम...
समाज के नग्न यथार्थ को बयां करती है ये रचना।-Zakir Ali ‘Rajnish’ { Secretary-TSALIIM & SBAI }
अत्यंत गहरे भाव मन छू लेते हैं
Ap to sundar likhti hain.पाखी के ब्लॉग पर इस बार देखें महाकालेश्वर, उज्जैन में पाखी !!
bahut hi behtarin likha hai aapne.....aage bhi padhna accha lagega...likhti rahen..
आप संक्षिप्त में बहुत कुछ कह जाती हैं
आपने तो मेरी व्यथा लिख दी
धन्यवाद आपकी टिप्पणियों का...आगे भी हमें इंतज़ार रहेगा ...
समाज के नग्न यथार्थ को बयां करती है ये रचना।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
अत्यंत गहरे भाव मन छू लेते हैं
ReplyDeleteAp to sundar likhti hain.
ReplyDeleteपाखी के ब्लॉग पर इस बार देखें महाकालेश्वर, उज्जैन में पाखी !!
bahut hi behtarin likha hai aapne.....aage bhi padhna accha lagega...likhti rahen..
ReplyDeleteआप संक्षिप्त में बहुत कुछ कह जाती हैं
ReplyDeleteआपने तो मेरी व्यथा लिख दी
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