आज मीनू खरे के शब्द बहुत दिनों बाद पढ़े ,अब समझा आपकी चुप्पी का मतलब ,अगर आप चुप हैं तो मतलब कविता बोल रही है |दर्द की ये व्याख्या और उसके चरम की ये अनुभूति विलक्षण है ,आपको बधाई नहीं दूंगा ,धन्यवाद कहना चाहूँगा ,कविता पढ़कर मेरी संवेदनाएं भी परिष्कृत हुईं |
7 comments:
क्या बात है !!!!!!! मीनू जी ! थोड़े में आपने बहुत कुछ कह दिया .
Kya Is Dard Ki Koi Dawa Hai.....
पराकाष्ठा का एहसास वाकई लाजवाब
Hi Meenu ! Nice to visit ur new blog and read ur beautiful poems !
waah! bahut acchhey/khuub
dard ka comparison naabhikiya urja se bahut shaandaar kiya hai.............
ek ati sunder rachna
badhai..............
आज मीनू खरे के शब्द बहुत दिनों बाद पढ़े ,अब समझा आपकी चुप्पी का मतलब ,अगर आप चुप हैं तो मतलब कविता बोल रही है |दर्द की ये व्याख्या और उसके चरम की ये अनुभूति विलक्षण है ,आपको बधाई नहीं दूंगा ,धन्यवाद कहना चाहूँगा ,कविता पढ़कर मेरी संवेदनाएं भी परिष्कृत हुईं |
Post a Comment