Monday, August 24, 2009

शुभम् करोति कल्याणम्





सिद्धयन्तिसर्वकार्याणिमनसा चिन्तितान्यपि।तेन ख्यातिंगतोलोकेनाम्नासिद्धिविनायक:॥







एकदन्तं चतुर्हस्तं पाशमंकुशधारिणम्।
रदं च वरदं हस्तैर्विभ्राणं मूषक ध्वजम्।
रक्तं लम्बोदरं शूर्पकर्णकं रक्तवाससम् ....।।

12 comments:

Dr. Ashok Kumar Mishra said...

सुन्दर चित्र , सुन्दर श्लोक

http://www.ashokvichar.blogspot.com

AMIT TIWARI 'Sangharsh' said...

बहुत ही प्रासंगिक और सुन्दर पोस्ट..
एकदंत आपके जीवन में भी अपार खुशियों का संचार करें...
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं..

http://nirmansamvad.blogspot.com

mehek said...

ganesh chaturthi ki bahut badhai

गिरिजेश राव, Girijesh Rao said...

संस्कृत वन्दन अच्छा लगा।

Udan Tashtari said...

गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं.

श्यामल सुमन said...

शुभकामनाएं।

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

अति सुन्दर मनभावन चित्र्!!!!
"|| ॐ गं गणपतये नमो नमः ||"

डॉ महेश सिन्हा said...

ऊँ विघ्नहर्ता सबके कष्ट दूर करें

Anonymous said...

शुभम करोति।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को प्रगति पथ पर ले जाएं।

ओम आर्य said...

बहुत ही सुन्दर...........गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं..

Mukul said...

aapko bhee ganesh utsav kee shubhkamnayen

Vinay said...

हार्दिक शुभकामनाएँ, गणपति बप्पा मोर्या
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'चर्चा' पर पढ़िए: पाणिनि – व्याकरण के सर्वश्रेष्ठ रचनाकार

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