Monday, December 21, 2009

इन्सिग्नीफिकेंट




दोस्ती
इन्सिग्नीफिकेंट

दोस्त
इन्सिग्नीफिकेंट

मौक़े
सिग्नीफिकेंट

परिणाम
सिग्नीफिकेंट.

16 comments:

  1. दी ....बहुत सशक्त कविता.....

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  2. फिर भी टिप्पणियां '' सिग्नीफिकेंट '' !

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  3. woww...in 4 panktiyon me aapne dosti ka darshan samet ka rrakh diya...bahut khoob

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  4. इन्सफीसियेंट

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  5. शानदार
    बिजनौर के कवि हुक्का की तीन शब्द की कविता आपके लिए.
    कविता का शीर्षक है प्रेम,विवाह ,परिणाम
    तू
    मै
    तूमै
    तू तू मै मै।

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  6. बधाई !कमाल की बात लिखी आपने ... सचमुच सब ऐसा ही हों रहा है .

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  7. दोस्ती
    :)

    दोस्त
    :)

    मौक़े
    ?

    परिणाम
    ????

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  8. यह है कम शब्दों में सारी बाद ! कलाकारी है यह !

    रचना का आभार ।

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  9. सटीक परिभाषित किया.

    रामराम.

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  10. सभी परिभाषाएं हर द्रष्टि से खरी उतरती हैं बधाइयाँ

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  11. बहुत ही सुंदर रचना है।
    pls visit...
    www.dweepanter.blogspot.com

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  12. संबंधों को अवसरों में रिड्यूस करने की प्रवृत्ति और इसके सच में बदलनें पर कम शब्दों में विराट कथन.

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  13. इन्सिग्नीफिकेंट..ki sahi aur satik paribhasha ! satv ki prapti ! bahut bahut aabhaar !

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  14. बहुत ही कमाल के शब्द ......... कुछ ही शब्दों का जादू ............

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